Menu
blogid : 1870 postid : 22

बोलो कुछ बोलते नहीं हो तुम ?

aaina
aaina
  • 154 Posts
  • 173 Comments

जाने क्या क्या गलत हुआ है यहाँ ,
किस कदर बात क्या सही है यहाँ

यहाँ भी खून हो गया है कोई ,
उसी की लाश सड़ रही है यहाँ

उनके खज़र से टपकता है लहू ,
खून से भीग गया है ये मकाँ ,

किन अंधेरों में गुम हुए हैं लोग ,
यहाँ वहां से चले और कहाँ

अब हवा भी सिमट कर चलती है ,
बबूल फिर से हो गए है जवाँ

बोलो कुछ बोलते नहीं हो तुम ,
किस वज़ह से रुकी हुई है जुबां

Tags:   

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh