aaina
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इस धरा पे आँख खोली
दूर तक देखा जहाँ
पंख खोले और तोले
उड़ चले आकाश में
घुप अँधेरा सामने है
शक्ल सब अनजान हैं
एक दीया हमने जलाया
रोशनी की आस में
मौन है ,वीरान हैं
सब होंठ चुप हैरान हैं
गीत हमने इक उठाया
आपके विशवास में
झील ऑंखें होंठ तीरथ
रूप जगमग चांदनी
होश हमने भी गंवाया
ज़िन्दगी के साथ में .
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