aaina
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जो मुहब्बत से काम लेते है
वो हवाओं को थाम लेते है ,
थोडा पीते है बहक जातें है
जो निगाहों से जाम लेते है ,
वो हवाओं को थाम लेते है
इक हकीकत है हंसी ताजमहल
जिससे आशिक पयाम लेते है
वो हवाओं को थाम लेते है
मोंत के वक़्त मुस्करातें है
चाँद तारे सलाम लेते है
जो मुहब्बत से काम लेते है
वो हवाओं को थाम लेते है
जो किनारों पे डूब जाते है
नाखुदाओं का नाम लेते है
जो मुहब्बत से काम लेते है
वो हवाओं को थाम लेते है
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