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तेरा बहाना हो गया [कविता]

aaina
aaina
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चिलचिलाती धुप में
सड़कों पे आना हो गया
और होता कोई गम
तेरा बहाना हो गया
.सज गया था आशियाना ,
जिंदगी गुलज़ार थी ,
जल गया गुलशन जहाँ में
बेठिकाना हो गया .
जिन दरीन्चों से सदाएं
उठ के तनहा हो गयीं ,
उन दरीन्चों में तो अपना
आबोदाना हो गया
और होता कोई गम
तेरा बहाना हो गया ,
चिलचिलाती धुप में
सड़कों पे आना हो गया .

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