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सुन रही हो भागवान ..जो बात में बरसों से कह रहा था ,अब मंत्रीजी ने भी कह दिया है की ओरत जैसे -जैसे पुरानी होती है मजा भी कम होता जाता है . तभी में कहू की क्यों मजा नहीं आ रहा है ना तो तेरे हाथ के खाने में मजा रहा और ना ही सोने में . अरे तुझे कुछ पता भी है सरकार के केन्द्रीय मंत्रीजी है , कोई एरा -गैरा नत्थूखैरा नहीं . अनुभव की बात कही है और अब तो मेरी बात पर भी मुहर लग गई . अरे -अरे भागवान झाड़ू क्यों उठा रही है ..अरे अरे लग जायेगी भागो ..देख तू तो ममता दीदी की तरह सीरिउस हो गयी . देख बस – बस अपने पति परमेश्वर को झाड़ू मार रही है . कोई धरम करम नहीं रह गया ज़माने में . अपने पति …अब बस भी कर …
तुम्हे कोई शरम -वरम तो है नहीं बाल – बच्चो के सामने ऐसी घटिया बात कर रहे हो ..बच्चे क्या सोचेंगे वो निगोड़ा मंत्री तो भडुआ होगा ..बाल बच्चे नहीं होंगे -बुडापे में मजा लेगा . अरे ये उम्र शमसान की तय्यारी करने की होती है .ऊपर नीचे की बाल -मूंछें सफ़ेद हो गयी लेकिन दिल काला पड़ता जा रहा है . देश में कोई शर्म हया रह ही नहीं गयी है , लोक -लाज सब कोयला घोटाले में बेच खाई है .
इ…शी चुप कर भागवान कोई बाहर वाला सुनेगा तो क्या कहेगा ..चुप हो जा महारानी तेरी आरती उतारू अब चुप हो जा ..ऐसी झाड़ू मारी है की बदन में सांय सांय हो रही है ..तुझसे तो मझाख करना भी हराम है ..जा अब हल्दी तो ले आ….
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कैसा लगा ये सीन ..पड़ोस के शर्मा जी के घर की चिल्लपों दरवाजे से बाहर तक सुनाई दे रही है . मंत्री जी ने मजाक- मजाक में भरी सभा में मजाक कर दिया तो पूरे देश में कोहराम मच गया , ये भी कोई बात हुई . अब मंत्री जी मजे की बात नहीं करेंगे तो कौन करेगा . मंत्री काहे को बना है , भाई मजे के लिए , सब मजा लूट रहे है . नेता -व्योपारी अफसर . कुच्छ सरकार में रहकर मजा ले रहे है कुच्छ माया मुलायम सरीखे बड़े नेता समर्थन देकर मजा ले रहे है . राजा -कलमानी भारी -भारी घोटालो में जेल की हवा खाकर फिर काम पर लग गए है जेल में पश्चाताप कर लिया , पाप धुल गए तो सरकार ने फिर संसदीय समिति में ले लिया की मजे करो फिर लूटो मजा . पकडे जाओ तो फिर पश्चाताप करो फिर लो मजा ….
बड़े पुन्य भाग से मनुष्य जीवन मिला है काहे को मजा लूटने के लिए . बाबा लोग मंदिरों में भोग लगा लगा कर बी०एम०दब्लू मोटरों में मजा भोग रहे है . अब जिनकी किस्मत में नॉन-तेल -लकड़ी का चक्कर लिखा है वे पुराने जन्मो के पाप भुगत रहे है , भुगतो . अब ९०० रूपए का गेस सिलेंडर खरीदने के लिए नाते -रिश्तेदारों से कर्ज मांगते घूम रहे है , घूमो .
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