- 154 Posts
- 173 Comments
बिहार चुनाव सर पर है और अभी से चुनावी घमासान शुरू हो गया है .परस्पर तीखे आरोप-प्रत्यारोप इस चुनावी मुकाबिले को रोचक बनाये दे रहे है . एक और सुशासन बाबू -नितीश कुमार –लालू प्रसाद यादव और लूटी पिटी कांग्रेस का गठबंधन है तो दूसरी और लोकसभा चुनाव में अप्रत्याशित बहुमत से विजयी एन.डी.ए गठबंधन है . केंद्र सरकार अपने मंत्रीगण सुषमा स्वराज ,राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा और एम.पी. के मुख्यमंत्री शिवराज पर लगे कदाचार के आरोपों ,भूमि अधिगहन बिल और आये दिन साम्प्रदायिक बयानों पर विरोधियो के निशाने पर है तो किसान-मजदूर विरोधी आरोप भी सरकार पर लगाए जा रहे है . विशेषकर अनियंत्रित मंहगाई से सरकार के नारे-वादे जुमलेबाजी बनते जा रहे है . दूसरी और बिहार में नितीश -लालूप्रसाद यादव की असंगत जुगलबंदी पर भी मतदाता सवाल उठा रहे है .
दिल्ली राज्य के चुनाव में बुरी तरह पराजित मोदी सरकार हर कदम फूंक फूंक कर उठा रही है ..लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपनी बेचारगी का ढोल पीट पीट कर केंद्र सरकार को बदनाम करने पर उतारू है क़ि देखो केंद्र सरकार एक चुनी हुई राज्य सरकार को काम नहीं करने दे रही है ..राजयपाल और मुख्यमंत्री के बीच आयेदिन अधिकारों की जंग हो रही है .उधर पूर्व सैनिको का पेंशन प्रकरण , जाट-गुर्जर और अब पटेल आरछण के बवाल भी केंद्र सरकार को घेर रहे है . मोदी सरकार अंतरास्ट्रीय मोर्चे पर मिली विशेष कामयाबी का परचम इस चुनाव में लहरायेगी . जन=धन योजना ,बीमा योजना , स्वच्छ भारत अभियान जैसे कई मुद्दो पर केंद्र सरकार वाह वाही लूट रही है .
बिहार में सत्ता का महाभारत शुरू हो गया है ..दोनों और से धर्म-जाति के आजमाए अस्त्र-शस्त्रों से सुसज्जित सेनाये लामबंद हो रही है .धन-बाहुबली प्रत्याशी भी अपने औजारो पर धार रख रहे है .परस्पर ओछे तीखे वार- पलटवार किये जा रहे है ..बिहार का मतदाता आँख गड़ाए सब देख =समझ रहा है . बुद्ध क़ी विहार स्थली “बिहार ” के चुनाव परिणाम देश क़ी दिशा और केंद्र सरकार क़ी भावी नीतियां और एजेंडा तय करेंगे .
Read Comments